Tuesday, September 8, 2020

कहानी है रमेश चौधरी प्रधानाध्यापक(वरिष्ठ अध्यापक) पद मेवाड़ की धरा पर राजकीय सेवा जोइनिंग की :- मैं अपनी जिंदगी में बार-बार असफल हुआ हूँ और इसीलिए मैं सफल हुआ हूँ।

रमेशजी के प्रधानाध्यापक(वरिष्ठ अध्यापक) पद पर मेवाड़ की धरा पर राजकीय सेवा के जोइनिंग के अविस्मरणीय पल - कार्यग्रहण तिथि दिनाँक 07-09-2020

कहानी रमेश चौधरी की := मैं अपनी जिंदगी में बार-बार असफल हुआ हूँ और इसीलिए मैं सफल होता हूँ।


अब आप भी देखो एक मिनट मे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की क़िस्त कितनी मिली है


 रमेश भाई के द्वारा लिखे हुए शब्द
            आज 07सितंबर 2020 को मेरी जीवन यात्रा का पहला लक्ष्य पूर्ण हुआ (जो अगस्त 2011 से शुरू हुआ था ) जो काफी संघर्ष भरे अत्यंत कठिनाई वाली रहा से गुजरा है जिसमें मेरे माता पिता की खून पसीने की कमाई , उनकी प्रेरणा,उनके धेर्य ,उनके विश्वास ,उनके साहस के साथ ही मेरे सफर के प्रेरणा स्रोत रहे मेरे वह सभी मित्र जिन्होंने मेरी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी रूप में सहायता की तथा मेरा विकट परिस्थितियों मैं भी साथ नहीं छोड़ने वाले घनिष्ठ मित्र जिन्होंने मुझे हमेशा सकारात्मक रखा तथा लक्ष्य के प्रति प्रेरित करते रहें मेरा मार्गदर्शन करते रहे मेरा उत्साहवर्धन करते रहै आप सभी को धन्यवाद, साथ ही मेरा लक्ष्य के प्रति समर्पण भाव तथा मेरी कठिन तपस्या जो काफी लंबी रही, जिसमें मैं कोयले की तरह तपता रहा जिसका परिणाम मुझे( वरिष्ठ अध्यापक के रूप में )मिला है उनका में हमेशा ऋणी रहूंगा तथा वे सभी गुरुजनों मित्रो,जिससे में कुछ भी सीखा हूं उन सबकी बदौलत मेरा आज तक का सफर जो अभी भी जारी है में हृदय से उनका शुक्रगुजार हूं तथा हमेशा उनका आभारी रहूंगा भविष्य में भी मुझ पर आपका इसी तरह आशीर्वाद बना रहे आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद
जय श्री कृष्णा 🙏

किसानो के लिए क्यों जरुरी है E-Gopala app सारी जानकारी के लिए यहाँ देखे

प्रिय श्री रमेश कुमार %अगरारामजी के वरिष्ठ अध्यापक में चयन होने तक लंबे संघर्ष की संक्षिप्त दास्तां:-
यह कहानी सामान्य हैं मगर अपने आपमें बहुत गहरी हैं यह कहानी सोरडा गाँव के एक कृषक परिवार के लडके की हैं जो न तो बचपन से पढाई में प्रतिभाशाली था,या यू कहे कि अंतिम बैच पर बैठने वाले फिसड्डी बालको में था तो अतिश्योक्ति नहीं होगी{जिसका संक्षिप्त प्रमाण में उनके पूर्व परिणामो से दे रहा हूँ-

कक्षा-10 वी 37.05% By G
कक्षा-12 वी 48%(arts)
स्नातक- 48% (arts)
स्नात्कोत्तर(M.A.geography-1st time- %) (2nd time-59%)}
न ही कभी निजी(प्राइवेट)स्कूल में पढाई की, न ही परिवार अधिक पैसो वाला था,न ही कोई घर में शिक्षित था जिसने मार्गदर्शन प्रदान किया हो....आइए उस लडके के द्वितीय श्रेणी शिक्षक बनने तक के सफर पर संक्षिप्त नजर डालते हैं...
आपका बचपन गाँव के ही सरकारी विद्यालय में पढाई व पापाजी के साथ कृषि कार्य करने में बीता,आपको पापा ने उस समय गाँव से बाहर पढाई के लिए भेजा जब गाँव के दुसरे लोग अपने बच्चो को कृषि या अन्य स्वरोजगार कार्यों में लगाते थे सन्-2004-05में कक्षा 9th में सिरोही के किसी हाँस्टल में आपको प्रवेश दिलाया मगर आपका मन पढाई में कम ही लगता था जिसका परिणाम हमें कक्षाओ के परिणाम से ध्यातव्य हैं आपने सिरोही के राजकीय महाविद्यालय से स्नातक किया तथा Ncc कैडेट्स के तौर पर 'C'श्रेणी का प्रमाण पत्र प्राप्त किया,आगे का अध्ययन आपने जयपुर से किया....
आपके सामाजिक जीवन की बात करू तो आप परिवार में एक बहिन और तीन भाइयों में सबसे बडे हैॆ पापाजी की उम्र वर्तमान में 60 वर्ष की हैं जिन्होने और माताची ने बेहद ही विकट सामाजिक-आर्थिक परिस्थतियों में खेतो में निरन्तर पसीना बहाया, और आपके जीवन पादप को सिंचने का कार्य किया,जो आज जाकर फलीभुत हुआ हैं
आपका अपना संघर्ष तो बेहद ही लाजवाब हैं आपने आर्थिक तंगी से परेशान होकर दो बार किसी निजी कंपनी में भी कुछ पैसे गवाएँ,आपने मोबाइल रिपेयरिंग के क्षेत्र में हाथ आजमाने की कोशिश की, आपने स्नातक के अंतिम वर्ष मेॆ मई-जून माह की तपती गर्मीयों में उदयपुर जिलें में गाँवो में घुमकर साँगवान के पौधे बेचकर भी स्वरोजगार का प्रयास किया इस दौरान आप निजी जीवन में भी कई समस्याओ से जुझते रहे तथा सामाजिक तौर पर भी कई परेशानियाँ झेलनी पडी,आपके परिवार में बडे होने के कारण आपको माता-पिता एवं परिवार का आशान्वित दृष्टिकोण भी जिम्मेदारियों का अहसास करा रहा था ...तत्पश्चात आप स्वयं पढाई में इतने कमजोर थे कि उस स्तर व तात्कालिक परिस्थतियों से किसी विद्यार्थी का यह सोचना भी संभव नहीं लगता कि मैॆ सरकारी सेवा में जाऊँगा तब आपने सन्2010-11 में संकल्प लिया कि मैं शिक्षा श्रेत्र में सरकारी सेवा में जाउँगा और उसमें भी आपका लक्ष्य सदैव 1st grad अध्यापक का रहा हैं (जो ईश्वरीय इच्छा से जरूर फलीभूत होगा) आपने चुनौतियो का डटकर सामना किया व खुद को दुनियादारी से अलग करके किताबो में झोक दिया...आप 2013-14 की पुलिस भर्ती में बहुत करीब से असफल हुए परन्तु आपने अपने लक्ष्य पर फोकस किया, आपने 1st grad 2016 में भी हाथ आजमाया मगर आपको नजदीकी असफलता प्राप्त हुई मगर आपने हार नहीं मानी ,आपके साथ किस्मत ने वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2016 में फिर एक बार बुरा खेल खेला और आप चयन से सिर्फ 0.12 नंबर से रह गए तथा असफलता हाथ लगी,तथा इस असफलता ने आपको व परिवार को बहुत गहराई तक झकझोर दिया था, इस दौरान उम्र का दवाब,सामाजिक व पारिवारिक दवाब दिन-प्रतिदिन बडता जा रहा था व लोग ताने मारने में कोई कसर नहीं छोड रहे थे तथा आलोचना का रस लुट रहे थे,आपने पारिवारिक हालात को देखते हुए लगभग सालभर तक श्री राजेश्वर विद्या मंदिर,मंडार में अध्यापन का कार्य भी किया, आप निरन्तर इन विकट परिस्थतियों से जुझते रहे व खुद की कमजोर पृष्ठभूमि को हर तरह से मजबुत बनाते रहने के लिए निरन्तर संघर्ष किया,आपने 4 बार NET की परिक्षा भी उत्तीर्ण की लेकिन JRF में चयन नहीं हो पाया...मगर वो कहते हैं न कि "तुम बस अपने आप से मत हारना,
तुम्हे दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकती" उक्ति को इन्होने जीवन प्रेरणा बना लिया था आखिरकार जब 16 मार्च 2020 का वह दिन आ ही जाता हैं जब आपका चयन "वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2018" में 677 वी रैंक से हो जाता हैं यह सफलता साधारण होते हुए भी असाधारण हैं आपके संघर्ष से प्राप्त सफलता हमें सिखाती हैं कि हमारी सफलता विद्यालयी कक्षाओ के परिणाम पर या सरकारी/निजी विद्यालयो में पढने पर निर्भर नहीं करती वरना जो छात्र दसवी में 37.05% By grace व पुरे जीवन में कभी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण ना हुआ हो(B.Ed को छोडकर) व सरकारी विद्यालय में ही पढा हो वह वरिष्ठ अध्यापक नहीं बन पाता,सफलता आपके जीवन में आई बाधाओ से लडने की क्षमता पर निर्भर करती हैं चाहे परिस्थतियाँ कितनी भी विकट क्यों ना हो हमे कभी हार नहीं माननी चाहिए अंतत: मैं भैया के साथ पूज्य माताजी-पिताजी को भी चरण स्पर्श कर बधाई देता हूँ कि आपके पसीने की बुँदो से विभिन्न दुखो को मौन रहकर सहन करके दुर्गम धैर्य,संघर्ष,जज्बे व निरन्तर मेहनत से लिखी गई आपके बेटे की कहानी आज रोशन हो रही हैं आपका संघर्ष विजयी हुआ हैं और ऐसा मेरा मानना हैं कि यह प्रेरणापुँज कई नए दीपक रोशन करेगा....

पुन: ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएँ ....रमेश चौधरी भाई को

बार  बार  असफल  होने  पर  भी  उत्साह  न खोना   ही  सफलता  है.

बार-बार असफल होने पर भी उत्साह ना खोना ही सफलता है 

 आपकी जमीन कितनी है देखे अपने मोबाइल पर

अविस्मरणीय पलों के कुछ छाया चित्र!





Thursday, September 3, 2020

राजेश्वर ई-मित्र एंड सीएससी सेंटर सोरडा मंडार

💻राजेश्वर ई-मित्र एंड सीएससी सेंटर सोरडा 🖨🖶
Rajeshwar e-mitra and CSC Center Sorda

राजेश्वर ई-मित्र एंड सीएससी सेंटर सोरडा मंडार - 307513

ई-मित्र राजस्थान सरकार ने  विभिन्न कार्यों का फायदा उठाने के लिए सभी 33 ज़िलों में ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कार्य करने के लिए बनाई गयी एक ई-गवर्नेंस है। नागरिक ई-मित्र के माध्यम से विभिन्न सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

राजेश्वर ई-मित्र एंड सीएससी सेंटर पर लोगों को विभिन्न सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। राजेश्वर ई-मित्र एंड सीएससी सेंटर सोरडा द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की सूची इस प्रकार है

🟢 = ई-मित्र पर मूलनिवास, जाति प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड भामाशाह कार्ड इत्यादि बनाये तथा सुधारे जाते है। इनके अलावा ई-मित्र से पानी का बिल, बिजली का बिल, मोबाईल तथा टेलिविज़न ऑनलाइन बिल भर सकते है।
🔵 = आधार कार्ड प्रिंट किये जाते है
🟣 = जन आधार कार्ड बनाये एवं प्रिंट किये जाते है
⚫ = पेन कार्ड बनाये एवं प्रिंट किये जाते है
🟢 = MONEY TRANSFER TO ANY BANK / किसी भी बैंक में पैसा ट्रांसफर किये और निकले जाते है
🟠 = आधार कार्ड से सभी बैंको के पैसे निकाले जाते है
🟢 = food license / खाद्य लाइसेंस बनाये जाते है
🟤 = आधार उद्योग बनाये एवं प्रिंट किये जाते है
🔵 = वोटिंग कार्ड बनाये एवं प्रिंट किये जाते है
🟠 = किसान सम्मान निधि योजना में आवेदन किया जाता है
⚫ = राशन कार्ड बनाये जाते है
🟤 = पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र बनाये एवं प्रिंट किये जाते है
🟢 = ऑनलाइन फॉर्म आवेदन किया जाता है,
🟠 = ड्राइविंग लाइसेंस🏍️🚙 बनाये जाते है
🔵 = सभी प्रकार की गाड़ियों की इंश्योरेंस🚙🏍️ किये जाते है
🟢 = सभी प्रकार की कृषि की ऑनलाइन फाइलें पाइपलाइन फव्वारा ट्रैक्टर के यंत्रो की फाइल एवं सभी प्रकार का कार्य किया जाता हैं
🟠 = खसरा खतौनी की नकल निकाली जाती है

एसबीआई ग्राहक सेवा केन्द्र सोरडा मंडार - 307513
SBI Customer Service Center Sorda Mandar - 307513

 
संपर्क
मफाराम चौधरी
Mob. = 8239004228
PNB (OBC) बैंक के पास सोरडा, तहसील -रेवदर,
जिला - सिरोही राजस्थान- 307513

Thursday, August 27, 2020

रेवदर तहसील की एकमात्र संस्था: जीवन सारथी सँस्थान रेवदर

जीवन सारथी सँस्थान रेवदर

एक सामाजिक सँस्थान, जो समाजसेवा के क्षेत्र में निःस्वार्थ भाव से कार्य करते हुए नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यह सँस्थान गरीब और जरूरतमन्दों के लिए हरसम्भव कार्य कर रही है, 

सँस्थान पिछले दिनों कुछ सालो से

  1. स्वच्छता को लेकर रैलियाँ निकालना,
  2. चिकित्सा एवं स्वास्थय शिविरों का आयोजन करना,
  3. रक्तदान शिविरों का आयोजन करना,
  4. दिवाली पर छोटी सी मुस्कान अभियान के तहत क्षेत्र के गरीब जरुरत मंद परिवारों के घर घर जाकर नए पुराने कपड़े, पटाखे, मिठाईयों का वितरण करना,
  5. सर्दियों में गरीब बस्तियों में कम्बलों का वितरण करना,
  6. वर्षा ऋतू में वृक्षारोपण करना,
  7. पशुओं के लिए बड़े सीमेंट टैंकों का निर्माण,
  8. क्षेत्र में पशुओं के लिए छोटी छोटी सीमेंट की टँकीयो की व्यवस्था,
  9. पक्षियों के लिए परिंडे लगवाए,
  10. जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन,
  11. विविध दिवसों पर कार्यक्रमो का आयोजन,
  12. चरण पादुका अभियान के तहत आदिवासी विद्यालयों में जूतों का वितरण, विद्यालयों में पाठ्यपुस्तकों का वितरण,
  13. प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सम्मान समारोह,
  14. कोरोना काल मे - राशन कीटो का वितरण, क्षेत्र को पूर्ण सेनेटाइज, सेनेटाइज चेम्बर लगाया, मास्को का वितरण, टँकीया, परिंडे, पशुओं के लिए हरा चारा, प्रशासन के साथ जागरूकता अभियान के तहत रैलियां,


★सँस्थान द्वारा ऐसे सभी सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो को किया जा रहा है!!
यह सँस्थान इतनी बड़ी सँस्थान तो नही है पर लोगो के प्यार और सहयोग से यह अपने सामाजिक कार्यो में उत्तरोत्तर प्रगति कर रही है, और इसी तरह सँस्थान को आपका स्नेह हमे मिलता रहे जिससे यह सँस्थान इस क्षेत्र में गरीब और जरूरतमनंद के लिए दिन- रात कार्य करती रहे!

 जीवन सारथी सँस्थान रेवदर के फोटो

 

 जीवन सारथी सँस्थान रेवदर

पँचायत समिति सभागार में अगस्त क्रांति सप्ताह के तहत जीवन सारथी सँस्थान को प्रशासन के हाथों सम्मानित किया गया

 


जीवन सारथी सँस्थान:-
इस सँस्थान का निर्माण का प्रथम और अंतिम उद्देश्य सिर्फ जरूरतमन्द लोगो की निःस्वार्थ भाव से सेवा करना, हमने 'दरिद्र देवो भवः' की परिकल्पना को साकार करने के लिए टीम के माध्यम से जितना सम्भव हो सके उतना गरीबो और जरूरतमन्द लोगों के लिए सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो को किया जाए,
यह सँस्थान आप सभी के आर्थिक जनसहयोग से ही संचालित है,इसलिए आप से निवेदन है कि आपसे जो भी सहयोग बने इस सँस्थान को अवश्य करे!!

संस्थान को आप आर्थिक सहयोग / डोनेट भी कर सकते हैं यह सबसे पूर्णय का काम हैं


धन्यवाद
बलवन्त मेघवाल
अध्यक्ष:- जीवन सारथी सँस्थान रेवदर
● सम्पर्क: 8875584405
jeevansarthisansthan@gmail.com

कहानी है रमेश चौधरी प्रधानाध्यापक(वरिष्ठ अध्यापक) पद मेवाड़ की धरा पर राजकीय सेवा जोइनिंग की :- मैं अपनी जिंदगी में बार-बार असफल हुआ हूँ और इसीलिए मैं सफल हुआ हूँ।

रमेशजी के प्रधानाध्यापक(वरिष्ठ अध्यापक) पद पर मेवाड़ की धरा पर राजकीय सेवा के जोइनिंग के अविस्मरणीय पल - कार्यग्रहण तिथि दिनाँक 07-09-20...