मंडार
जिनकी वजह से जाना जाता हे लीलाधारी की महिमा अपरम्पार हे मंदिर के पास
ही हे प्राकृतिक शिवलिंग बिना किसी सहारे के ,,,,बाबा के दरबार से
कोई खाली हाथ नही जाता हे ,,जय हो लीलाधारी
कोई खाली हाथ नही जाता हे ,,जय हो लीलाधारी
लीलाधारी महादेव मंदिर भगवान शिव का स्वयंभू मंदिर माउंटआबू से 65 किलोमीटर दूर #मंडार में स्थित है. ये मंदिर 84 फीट ऊंचा है और इसका उल्लेख शिव पुराण में है. #मंडार शिखर पर्वत पर ये मंदिर स्थित है. यहां भगवान शंकर कई लीलाओं के रूप में वास करते हैं. यहां एक शिवलिंग जमीन पर स्थित है जो चट्टानों से बना है.
#मंडार #लीलाधारीमहादेव #मंदिर
84 फुट प्राकृतिक शिवलिंग
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित पर्यटकों के लिए वरदान मंडार कस्बे में गांव के बीचोबीच पहाड़ पर बना ये शिवमन्दिर अनुपम सौंदर्य के लिए भारतभर में नीलकंठ लीलाधारी महादेव के नाम से प्रसिद्ध है।इसकी खासियत विश्व का सबसे ऊंचा 84 फीट का प्राकृतिक शिव लिंग है।प्रतिवर्ष यहां महाशिवरात्रि के दिन दूर दूर से करीब 50 हजार श्रद्धालु अपनी मन्नत लेकर आते है कहा जाता है कि यहां बड़े बड़े राजा महाराजाओंने भी अपनी मन्नत पूरी होने शीश पर नवाए है।
यह मंदिर मंडार गांव की शान और पहचान है।
विश्व का 1 मात्र प्राकृतिक सबसे उँचा व लंबा शिवलिंग मण्डार
मंडार लीलाधारी नीलकंठ महादेव मंदिर। मण्डार - जिला सिरोही -राजस्थान।



मंडार लीलाधारीमहादेव मंदिर
Jay mahadev
ReplyDeleteJay Mahadev
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